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Monday, May 10, 2010

जीने दे, मुझे जीने दे !!!


जीने दे, मुझे जीने दे, मुझे खुद की तरह से जीने दे,
पत्ते से टपकती बूंदे क्या कहती हैं, सुनने दे, मुझे सुनने दे,
बहती हवा क्या लेती हैं फुलों से, ज्ञात होने दे, मुझे ज्ञात होने दे,
सूरज की किरणें क्या दिखाती हैं, देखने दे, मुझे देखने दे,
जीने दे, मुझे जीने दे, मुझे खुद की तरह से जीने दे।

जला देने दे सब कुछ, आँसु के इक बूँद से,
सोख लेने दे मुझे, नीर आँसु के शैलाबों से,
तैरने दे मुझे, अपनी यादों के दरिये से,
उडने दे मुझे, सपनो के नीले आकाश से.
जीने दे, मुझे जीने दे, मुझे खुद की तरह से जीने दे।

जाने दे मुझे, तोड़ना है हर सिमाओं के तिलिस्म को,
करने दे मुझे, वो जो कोई और नही कर पाया है,
बहने दे मुझे, झुठलाना है साहिल के दिवारों को,
दिखलाने दे मुझे, वो जो कोई और दिखा न पाया है,
जीने दे, मुझे जीने दे, मुझे खुद की तरह से जीने दे।

लेने दे मजा मुझे, इन अयाशियों का,
देखने दे मुझे, अपने आंखों से इस जहाँ को,
रमने दे मुझे, इस नशीली मयक़दों मे,
समझने दे मुझे, खुद से इन फलसफों को,
जीने दे, मुझे जीने दे, मुझे खुद की तरह से जीने दे।

बोलने दे मुझे, अपने आंखों की बातों को,
लिखने दे मुझे, अपने दिल के नगमे को,
भुलने दे मुझे, अपने हर यादों को,
बसाने दे मुझे, अपने नये दुनिया को,
जीने दे, मुझे जीने दे, मुझे खुद की तरह से जीने दे॥

-- कुमार प्रकाश सिंह "सूरज"

2 comments:

  1. बोलने दे मुझे, अपने आंखों की बातों को,
    लिखने दे मुझे, अपने दिल के नगमे को,
    भुलने दे मुझे, अपने हर यादों को,
    बसाने दे मुझे, अपने नये दुनिया को,
    awesome brother...!!!!
    really, i dnt hv wrds 2 appreciate it...
    its really marvelous n melodious.....:)

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  2. SHUKRIYA JANAAB.... BAHUT KHUSHI HUEE JO AAPKO MERI KAVITA PASAND AAYI....

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